लेखनी कहानी -01-Sep-2022 सूर घनाक्षरी विधान,२- हिन्दी हमारी शान 3- शिक्षक समाज का दर्पण, 4-श्रद्धेय

अपठित गद्यांश/ पद्यांश

पाठ्य पुस्तिका के बाहर से आता जो गद्यांश,
अपठित बोध है कराता छात्र बुद्धि का विकास।

पठित पाठ्यक्रम कक्षा कक्ष में शिक्षक हैं समझाते, 
इसीलिए उन प्रश्नों के हल सरल सुगम बन जाते। 

पर प्यारे अपठित हल करना नहीं कठिन है काम,
पढ़ना गहराई से समझ कर तो उत्तर देना आसान।

तीन बार गद्य खंड पड़ोगे तो वह बन जाएगा पठित,
उत्तर उछलकर खुद बाहर आएंगे शीघ्र करो अंकित।

काव्य  खंड अपठित गर आए थोड़ी करो मशक्कत,
भाषा की संरचना समझो बुद्धि क्षमता होगी विकसित।

प्रयुक्त शब्द मुहावरों से ज्ञान बढ़े व्यवहारिक जीवन में व्याकरण आलोचना शिल्प शब्दकोश बढ़ेगा जीवन में।

मुख्य बिंदुओं को चिन्हित कर उत्तर देना होता आसान, शीर्षक के चयन में संक्षिप्तता सरलता का रखें ध्यान ।

हिंद देश का गर्व है हिंदी भारत माता के माथे की बिंदी,
'अलका' गर्व से बोलती पढ़ती पढ़ाती निज भाषा हिंदी।

अलका गुप्ता 'प्रियदर्शिनी' 
लखनऊ उत्तर प्रदेश।
स्व रचित मौलिक व अप्रकाशित
@सर्वाधिकार सुरक्षित।

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15 Comments

बहुत ही उम्दा सृजन

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Swati chourasia

10-Sep-2022 11:39 AM

बहुत ही बेहतरीन 👌👌

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Barsha🖤👑

09-Sep-2022 07:02 PM

Nice post

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